पानी की प्रत्येक समस्या का गंभीरता से संज्ञान ले रहा जिला प्रशासन

देहरादून। मुख्यमंत्री के जनसेवा संकल्प के तहत पेयजल आपूर्ति से जुड़ी शिकायतों के त्वरित समाधान को लेकर जिला प्रशासन प्रतिबद्व है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने पेयजल समस्याओं के त्वरित समाधान को लेकर एडीएम और एसडीएम की अध्यक्षता में जिले स्तर पर समिति गठित की गई है, जो नियमित रूप से पेयजल शिकायतों की मॉनिटरिंग कर रहे है। डीएम के निर्देश पर पेयजल सप्लाई से जुड़े 07 विभागों के अधिकारी 20 अप्रैल से जिला कंट्रोल रूम में तैनात किए गए है और डे-टू-डे पेयजल समस्याओं का त्वरित निस्तारण जारी है। विगत 14 अप्रैल से लेकर 20 मई तक पेयजल की 76 शिकायतें मिली है, जिसमें से 70 शिकायतों का समाधान कर पानी की आपूर्ति सुचारू कर दी गई है।  

समाचार पत्र में प्रकाशित खबर ‘‘पीने के पानी के लिए तरस रहे चन्द्रबनी में 10 हजार की आबादी’’ के संदर्भ में विश्व बैंक परियोजना इकाई, उत्तराखंड पेयजल निगम के अधिशासी अभियंता ने बताया कि चन्द्रबनी क्षेत्र में दो दिनों से विद्युत आपूर्ति में अस्थिरता होने के कारण उच्च जलाशय पूर्ण रूप से भर नही पाया, जिस कारण अंतिम छोर पर स्थित उपभोक्ताओं तक पेयजल आपूर्ति बाधित होने पर टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की गई। क्षेत्र में पेयजल समस्या का स्थाई समाधान के लिए 02 नलकूप और 01 उच्च जलाशय की आवश्यकता है, जिसकी स्वीकृति प्राप्त हो गई और काम प्रारंभ किया जा रहा है।  

यमुना पेयजल योजना शुरू, फिर भी छावनी क्षेत्र प्यासा के संदर्भ में जल संस्थान के अधिशासी अभियंता ने बताया कि विभागीय कोल्टी पंप स्टेशन पर विद्युत आपूर्ति बाधित होने एवं कम वोल्टेज होने से जलापूर्ति बाधित रही। वर्तमान में विद्युत आपूर्ति सुचारू होने पर पेयजल सप्लाई सुचारू कर दी गई है। इसके अतिरिक्त मसूरी पुर्नगठन पेयजल योजना का प्राविधान छावनी परिषद लण्ढ़ौर मसूरी हेतु उत्तराखंड पेयजल निगम मसूरी द्वारा किया गया है किन्तु वर्तमान तक छावनी परिषद को योजना से आच्छादित नहीं किया गया है। जिस कारण योजना का लाभ छावनी परिषद मसूरी को नहीं मिल पा रहा है। अपर राजीव नगर में जल संकट के बारे में जल संस्थान के अधिशासी अभियंता ने बताया कि वर्तमान समय में राजीव नगर में अत्यधिक भवनों का निर्माण हुआ है। जिससे गर्मियों में पेयजल की मांग बढ़ रही है। क्षेत्र में पेयजल समस्या के स्थायी समाधान हेतु नलकूप का निर्माण एवं नई पाइप लाइन बिछाने हेतु प्रस्ताव तैयार किया गया है। वर्तमान में क्षेत्र में लो प्रेशर की समस्या को दूर करने के लिए टैंकर से नियमित पेयजल आपूर्ति की जा रही है और क्षेत्र पेयजल सप्लाई सामान्य है। विकास नगर से बीना रावत ने पेयजल बाधित होने की शिकायत की थी।

जलकल अभियंता ने बताया विकास नगर में स्थित अवर जलाशय के सप्लाई वाल्व खराब होने के कारण डायरेक्ट सप्लाई कर जलापूर्ति की जा रही थी। जिस कारण लो प्रेशर से पेयजल की समस्या हुई थी। वर्तमान में सप्लाई वाल्व की मरम्मत कर दी गई है और क्षेत्र में सुचारू रूप ये जलापूर्ति हो रही है। अंजली विहार से जीएस सजवाण ने कंट्रोल रूम में पानी की शिकायत दर्ज की थी। जिस पर अधिशासी अभियंता ने बताया कि क्षेत्र में पेयजल सुचारू कर दिया गया है। उपभोक्ता से भी इसका फीडबैक दिया गया है। विवेका नंद ग्राम से उपभोक्ता वीरेन्द्र सिंह ने गंदे पानी की शिकायत दर्ज की थी। सहायक अभियंता ने बताया कि मौका मुआयना करते हुए शिकायत का निस्तारण कर लिया गया है। इसी प्रकार हर एक समस्या को डे-टू-डे संज्ञान लेकर निस्तारण किया जा रहा है। जिलाधिकारी के निर्देशों पर पेयजल संकट वाले क्षेत्रों में नियमित निगरानी करते हुए ट्यूबवेल व नलकूपों पर निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।

जल संस्थान एवं जल निगम के सभी डिविजनों में समस्याओं के निस्तारण के लिए टोल फ्री नंबर भी प्रचारित किए गए है। इसके अलावा कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 0135-2726066 व 1077 पर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है।  

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